युवा संगम : युवा संगम का पांचवा चरण 24 नवंबर, 2024 को शुरू हुआ और बिहार तथा आंध्र प्रदेश के प्रतिनिधि क्रमशः कर्नाटक तथा उत्तर प्रदेश की यात्रा पर निकले। शिक्षा मंत्रालय द्वारा की गई यह पहल सांस्कृतिक आदान-प्रदान के माध्यम से एकता को प्रोत्साहित करती है, जिसका लक्ष्य 18 से 30 वर्ष की आयु के युवा व्यक्ति हैं, जिनमें छात्र और स्वयंसेवक शामिल हैं।
युवा संगम का उद्देश्य
यह कार्यक्रम विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के युवाओं के बीच संपर्क को बढ़ावा देता है, जिसका उद्देश्य सांस्कृतिक समझ को बढ़ाना और ज्ञान साझा करना है। प्रतिभागी अपनी यात्राओं के दौरान सार्थक बातचीत में शामिल होते हैं।
प्रतिनिधियों का चयन उनके राज्यों के नोडल संस्थानों द्वारा किया जाता है। यह चयन प्रतिभागियों के बीच विविधता सुनिश्चित करता है। समूह में छात्र, एनएसएस/एनवाईकेएस स्वयंसेवक और युवा पेशेवर शामिल हैं।
कार्यक्रम की संरचना
प्रतिभागी यात्रा के समय को छोड़कर 5-7 दिनों के लिए युग्मित राज्यों का दौरा करते हैं। प्रत्येक दौरा पाँच प्रमुख क्षेत्रों पर केंद्रित होता है, जिन्हें 5 P के रूप में जाना जाता है। पर्यटन (पर्यटन), परम्परा (परंपराएँ), प्रगति (विकास), परस्पर संपर्क (लोगों से लोगों का जुड़ाव), प्रौद्योगिकी (प्रौद्योगिकी)।
2022 में अपने पायलट चरण के बाद से, युवा संगम ने बहुत लोकप्रियता हासिल की है। पिछले चरण में 44,000 से ज़्यादा पंजीकरण दर्ज किए गए। अब तक कुल 4,795 युवा व्यक्तियों ने 114 यात्राओं में भाग लिया है।
सरकारी सहायता
यह कार्यक्रम “संपूर्ण सरकार” दृष्टिकोण के तहत संचालित होता है। विभिन्न मंत्रालय और विभाग इसके कार्यान्वयन में सहायता करते हैं। हितधारकों में गृह मंत्रालय, संस्कृति, पर्यटन, युवा मामले और खेल, सूचना और प्रसारण, पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय और रेलवे शामिल हैं। नोडल उच्च शिक्षा संस्थान प्रतिनिधि चयन का प्रबंधन करते हैं और दौरों की देखरेख करते हैं।
परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण तथ्य:
- एनएसएस/एनवाईकेएस: राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) और नेहरू युवा केंद्र संगठन (एनवाईकेएस) भारत में युवा संगठन हैं। वे विभिन्न पहलों के माध्यम से युवाओं के बीच सामुदायिक सेवा और सामाजिक जिम्मेदारी को बढ़ावा देते हैं।
- 5 पी: 5 पी युवा संगम के मुख्य फोकस क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करते हैं। इनमें पर्यटन, परम्परा, प्रगति, परस्पर संपर्क और प्रौद्योगिकी शामिल हैं।
- संपूर्ण सरकार: “संपूर्ण सरकार” दृष्टिकोण कई मंत्रालयों और विभागों को एकीकृत करता है। यह युवा संगम जैसी पहलों के लिए व्यापक समर्थन सुनिश्चित करता है, जिससे विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग और संसाधन साझाकरण को बढ़ावा मिलता है।
- पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय (DoNER) भारत के पूर्वोत्तर राज्यों की अनूठी चुनौतियों का समाधान करता है। इसका उद्देश्य देश के भीतर सामाजिक-आर्थिक विकास और क्षेत्रीय एकीकरण को बढ़ावा देना है ।