माँ की रसोई पहल : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 10 जनवरी, 2025 को ‘माँ की रसोई’ का उद्घाटन किया। इस सामुदायिक रसोई पहल का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमज़ोर वर्गों को किफ़ायती भोजन उपलब्ध कराना है। यह रसोई प्रयागराज के स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल में संचालित होती है, जिसका प्रबंधन नंदी सेवा संस्थान द्वारा किया जाता है। इस पहल के तहत सिर्फ़ ₹9 में पूरा भोजन उपलब्ध कराया जाता है, जिससे यह कई लोगों के लिए सुलभ हो जाता है।
माँ की रसोई : उद्देश्य
माँ की रसोई का प्राथमिक लक्ष्य जरूरतमंद लोगों के लिए भोजन सुरक्षा सुनिश्चित करना है । यह आर्थिक रूप से वंचित लोगों की भूख को दूर करता है। यह पहल सामाजिक कल्याण के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता के अनुरूप है।
माँ की रसोई :भोजन संरचना
प्रत्येक भोजन में दाल, चार रोटियाँ, सब्ज़ियाँ, चावल , सलाद और मिठाई शामिल है। यह संतुलित भोजन आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करता है। ₹9 की कीमत इसे लक्षित जनसांख्यिकीय के लिए अत्यधिक किफायती बनाती है।
माँ की रसोई : परिचालन प्रबंधन
नंदी सेवा संस्थान रसोई के संचालन की देखरेख करता है। वे परोसे जाने वाले भोजन की गुणवत्ता और स्वच्छता सुनिश्चित करते हैं। नियमित निरीक्षण और समीक्षा से स्वच्छता के उच्च मानक बनाए रखे जाते हैं।
सरकारी सहायता और भागीदारी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर सक्रिय रूप से भाग लिया। उन्होंने अपने समर्पण को दर्शाते हुए उपस्थित लोगों को स्वयं भोजन परोसा। इस अवसर पर जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह और औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी भी उपस्थित थे।
- ‘माँ की रसोई’ का अंग्रेजी में अर्थ है ‘माँ की रसोई’।
- प्रयागराज धार्मिक समागम कुंभ मेले की मेजबानी के लिए जाना जाता है।
- नंदी सेवा संस्थान उत्तर प्रदेश में सामाजिक पहल पर ध्यान केंद्रित करता है।
- ₹9 भोजन पहल का उद्देश्य भारत में खाद्य असुरक्षा से निपटना है।
- स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल प्रयागराज में एक प्रमुख स्वास्थ्य सुविधा के रूप में कार्य करता है।
समुदाय पर प्रभाव
इस पहल से स्थानीय समुदाय पर सकारात्मक प्रभाव पड़ने की उम्मीद है। यह उन लोगों को पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराता है जो अन्यथा भोजन का खर्च उठाने में कठिनाई महसूस करते हैं। यह प्रयास सामाजिक समानता और सामुदायिक समर्थन को बढ़ावा देता है।
भविष्य की संभावनाओं
माँ की रसोई की सफलता के आधार पर इसे अन्य क्षेत्रों में भी विस्तारित किया जा सकता है। सरकार नियमित रूप से इसके प्रभाव का आकलन करने की योजना बना रही है। भविष्य की पहलों में सामुदायिक कल्याण को बढ़ाने के लिए अतिरिक्त सेवाएँ शामिल की जा सकती हैं।