Z-MORH सुरंग : कश्मीर में बुनियादी ढांचा परियोजना Z-Morh सुरंग का उद्देश्य क्षेत्र में संपर्क बढ़ाना है। 6.4 किलोमीटर लंबी यह सुरंग सोनमर्ग, जो एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है, को गंदेरबल जिले के कंगन शहर से जोड़ती है। इसका निर्माण सर्दियों के दौरान भारी बर्फबारी और हिमस्खलन से उत्पन्न चुनौतियों का समाधान करता है, जो अक्सर सड़कों को दुर्गम बना देते हैं। सुरंग साल भर पहुंच का वादा करती है, जिससे लद्दाख में पर्यटन और सैन्य अभियानों दोनों को लाभ मिलता है।
Z-MORH सुरंग : आवश्यकता
इस क्षेत्र की ऊंचाई 8,500 फीट से अधिक है, जिसके कारण सर्दियों में यहां भयंकर मौसम रहता है। मौसमी सड़कें बंद होने से सोनमर्ग हमेशा से अलग-थलग रहा है, जिससे इसकी पर्यटन-संचालित अर्थव्यवस्था प्रभावित हुई है। z-morh सुरंग निर्बाध पहुंच सुनिश्चित करेगी, जो नागरिक और सैन्य परिवहन दोनों के लिए महत्वपूर्ण है।
Z-MORH सुरंग :निर्माण चुनौतियाँ
2012 में शुरू की गई इस परियोजना में वित्तीय और प्रशासनिक मुद्दों के कारण कई देरी हुई। शुरू में टनलवे लिमिटेड को इसका ठेका दिया गया था, लेकिन बाद में इसे राष्ट्रीय राजमार्ग और अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड (NHIDCL) ने अपने अधीन ले लिया। APCO इंफ्राटेक ने आखिरकार ठेका जीत लिया, जिसके बाद फरवरी 2024 में इसका उद्घाटन हुआ। स्थानीय चुनावों के लिए आदर्श आचार संहिता के कारण अंतिम उद्घाटन स्थगित कर दिया गया।
Z-MORH सुरंग : सामरिक महत्व
z-morh सुरंग व्यापक ज़ोजिला सुरंग परियोजना का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य श्रीनगर को लद्दाख से जोड़ना है। यह संपर्क भारत की रक्षा रणनीति के लिए महत्वपूर्ण है, खासकर पाकिस्तान और चीन के साथ क्षेत्र की विवादास्पद सीमाओं को देखते हुए। यह सुरंग सैन्य रसद के लिए हवाई परिवहन पर निर्भरता को कम करेगी, जिससे परिचालन दक्षता बढ़ेगी।
Z-MORH सुरंग :आर्थिक लाभ
सैन्य महत्व से परे, ज़ेड-मोड़ सुरंग से स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। सोनमर्ग तक साल भर पहुँच सुनिश्चित करके, यह पर्यटन क्षेत्र को पुनर्जीवित करेगा और कश्मीर और लद्दाख के बीच व्यापार को सुविधाजनक बनाएगा। किसानों और व्यापारियों को यात्रा के समय में कमी से लाभ होगा, जिससे क्षेत्र में निवेश बढ़ेगा।
- z-morh सुरंग 6.4 किमी लंबी है और 8,650 फीट की ऊंचाई पर स्थित है।
- यह एशिया की सबसे लम्बी निर्माणाधीन जोजिला सुरंग परियोजना का पूरक है।
- ज़ेड-मोड़ सुरंग के निर्माण की मूल समाप्ति तिथि अगस्त 2023 निर्धारित की गई थी।
- एपीसीओ इन्फ्राटेक ने परियोजना के क्रियान्वयन के लिए एक विशेष प्रयोजन वाहन का गठन किया।
- ज़ोजिला सुरंग का उद्देश्य सोनमर्ग को लद्दाख में द्रास से जोड़ना है।
भविष्य की संभावनाओं
z-morh सुरंग सोनमर्ग को साल भर के पर्यटन स्थल में बदल देगी, जिससे शीतकालीन खेलों और साहसिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। स्थानीय नेताओं का मानना है कि यह क्षेत्र एक प्रमुख स्की रिसॉर्ट बन जाएगा। बेहतर कनेक्टिविटी से श्रीनगर और लेह के बीच यात्रा की दूरी कम हो जाएगी, जिससे क्षेत्र में पहुंच और आर्थिक अवसर बढ़ेंगे।