केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने हाल ही में कन्नूर के कल्यास्सेरी में केलट्रॉन कंपोनेंट कॉम्प्लेक्स लिमिटेड (केसीसीएल) में भारत की पहली सुपरकैपेसिटर विनिर्माण सुविधा का उद्घाटन किया। यह केलट्रॉन और भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग दोनों के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
केलट्रॉन की विरासत
1974 में स्थापित केलट्रॉन को भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी क्षेत्र में पहली सरकारी स्वामित्व वाली कंपनियों में से एक के रूप में जाना जाता है। इसने देश में अन्य सरकारी कंपनियों के लिए एक उच्च मानक स्थापित किया। इस नई सुपरकैपेसिटर सुविधा के साथ, केलट्रॉन उद्योग में नेतृत्व दिखाना जारी रखता है।
सुविधा का महत्व
नया सुपरकैपेसिटर प्लांट भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की मदद से विकसित किया गया है । इसे बनाने में 42 करोड़ रुपये की लागत आई है और उम्मीद है कि इससे इलेक्ट्रॉनिक्स के प्रमुख केंद्र के रूप में केरल की स्थिति मजबूत होगी। इस प्लांट से रक्षा और इलेक्ट्रिक वाहन जैसे उद्योगों को भी लाभ होगा, जो उन्नत तकनीक पर निर्भर हैं।
इलेक्ट्रॉनिक्स के लिए केरल की बड़ी योजना
केरल सरकार ने इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए ₹1,000 करोड़ और निवेश करने की योजना बनाई है। इसमें मौजूदा कारखानों को अपग्रेड करना और नए बुनियादी ढांचे का निर्माण करना शामिल है, जैसे कि आईटी कॉरिडोर और अंबाल्लूर में एक इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण पार्क। इन कदमों का उद्देश्य केरल को इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण में अग्रणी बनाना है।
केरल के विकास में केलट्रॉन की भूमिका
केरल को इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण केंद्र बनाने में केलट्रॉन की अहम भूमिका होगी। कंपनी अपनी सुविधाओं को आधुनिक बनाने और स्थानीय कंपनियों को आगे बढ़ने में मदद करने के लिए छोटे विनिर्माण क्लस्टर और परीक्षण केंद्र बनाने पर काम कर रही है।
सुपरकैपेसिटर क्या हैं?
सुपरकैपेसिटर विशेष उपकरण हैं जो ऊर्जा को बहुत तेज़ी से संग्रहीत और रिलीज़ कर सकते हैं। यह उन्हें इलेक्ट्रिक वाहनों और अंतरिक्ष मिशनों के लिए बहुत उपयोगी बनाता है। वे रक्षा, ऑटोमोटिव और एयरोस्पेस उद्योगों के लिए भी महत्वपूर्ण हैं, जिन्हें विश्वसनीय और तेज़ ऊर्जा समाधान की आवश्यकता होती है।
केसीसीएल की योजना हर दिन 2,000 सुपरकैपेसिटर बनाने की है, जो उच्च वैश्विक मानकों को पूरा करेगा। इस सुविधा से हर साल 22 करोड़ रुपये की कमाई होने और अगले चार सालों में 3 करोड़ रुपये का मुनाफा होने की उम्मीद है।
उद्घाटन समारोह में केरल के उद्योग और कानून मंत्री पी. राजीव और केलट्रॉन के चेयरमैन एन. नारायण मूर्ति समेत कई महत्वपूर्ण हस्तियां मौजूद थीं। इस कार्यक्रम में केरल के इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र को आगे बढ़ाने में सरकार और उद्योग जगत के नेताओं के बीच टीमवर्क को उजागर किया गया।
यह नई सुविधा उन्नत इलेक्ट्रॉनिक्स की दुनिया में केरल और भारत के लिए एक बड़ा कदम है, जो उच्च तकनीक उद्योगों में विकास की संभावना को दर्शाता है।