क्या है BharatGen?

BharatGen जनरेटिव एआई में एक प्रमुख नई परियोजना है, जो एक प्रकार की कृत्रिम बुद्धिमत्ता है जो पाठ, चित्र या ध्वनि भी बना सकती है। BharatGen का लक्ष्य AI का उपयोग करके भारत में सार्वजनिक सेवाओं में सुधार करना और नागरिक भागीदारी को बढ़ाना है। इस परियोजना को आधिकारिक तौर पर नई दिल्ली में केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह द्वारा लॉन्च किया गया था। BharatGen अपनी उन्नत तकनीकों को विकसित करने के भारत के प्रयासों का हिस्सा है और इसका उद्देश्य भारत को AI में वैश्विक नेता बनाना है।

BharatGen के प्रमुख लक्ष्य

BharatGen का मुख्य उद्देश्य ऐसे AI मॉडल बनाना है जो भाषा, भाषण और दृश्य जानकारी के साथ काम कर सकें। ये मॉडल विभिन्न सामाजिक चुनौतियों को हल करने में मदद करेंगे। कुछ प्रमुख लक्ष्य इस प्रकार हैं:

सामाजिक समानता को बढ़ावा देना: एआई को समाज के सभी हिस्सों के लिए सुलभ बनाना।

सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण: यह सुनिश्चित करना कि भारत की विविध संस्कृतियों और भाषाओं का प्रतिनिधित्व हो।

सुगम्यता: AI प्रौद्योगिकी को सभी के लिए उपलब्ध कराना, विशेषकर विभिन्न क्षेत्रीय भाषाओं में।

BharatGen का प्रबंधन कौन कर रहा है?

इस परियोजना का नेतृत्व आईआईटी बॉम्बे द्वारा राष्ट्रीय अंतःविषय साइबर-भौतिक प्रणाली मिशन (एनएम-आईसीपीएस) के तहत किया जा रहा है। इसका प्रबंधन टीआईएच फाउंडेशन फॉर आईओटी और आईओई द्वारा किया जा रहा है, जो इस परियोजना को विकसित करने के लिए कई शीर्ष विश्वविद्यालयों और शोध संस्थानों के साथ मिलकर काम करेगा।

BharatGen की चार महत्वपूर्ण विशेषताएं

भारतजेन कई कारणों से विशेष है:

बहुभाषी और बहुविध मॉडल: यह ऐसे AI को विकसित करने पर ध्यान केंद्रित करेगा जो कई भारतीय भाषाओं और संचार के रूपों, जैसे पाठ और भाषण में काम करेगा।

भारतीय डेटा सेट: यह अपने AI मॉडलों को प्रशिक्षित करने के लिए भारतीय डेटा का उपयोग करेगा, जिससे वे स्थानीय आवश्यकताओं के लिए अधिक प्रासंगिक बनेंगे।

ओपन-सोर्स : BharatGen एक ओपन-सोर्स प्लेटफॉर्म होगा, जिसका अर्थ है कि इसकी तकनीक सभी के लिए उपलब्ध होगी, जिससे सहयोग को बढ़ावा मिलेगा।

एआई इकोसिस्टम: यह परियोजना भारत में एआई अनुसंधान के विकास को समर्थन देगी, जिससे अधिक शोधकर्ताओं और डेवलपर्स को जनरेटिव एआई पर काम करने में मदद मिलेगी।

परियोजना समय

BharatGen के दो वर्षों में पूरा होने की उम्मीद है, जिसमें महत्वपूर्ण एआई मॉडल विकसित करने सहित प्रमुख उपलब्धियां जुलाई 2026 तक हासिल कर ली जाएंगी।

भारतीय डेटा और दक्षता पर ध्यान केंद्रित

BharatGen की एक अनूठी विशेषता डेटा संप्रभुता पर इसका ध्यान केंद्रित करना है, जिसका अर्थ है कि यह भारत से एकत्र किए गए डेटा का उपयोग करेगा, यह सुनिश्चित करते हुए कि भारत की भाषाओं, बोलियों और संस्कृतियों का सटीक प्रतिनिधित्व किया जाए। यह विशेष रूप से उन भाषाओं के लिए महत्वपूर्ण है जिनके पास कम डिजिटल संसाधन हैं।

BharatGen भारत के आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण से जुड़ा हुआ है, जिसका अर्थ है आत्मनिर्भर भारत। यह परियोजना भारत को अपनी स्वयं की AI क्षमताओं को विकसित करने, विदेशी तकनीक पर निर्भरता कम करने और एक मजबूत AI पारिस्थितिकी तंत्र बनाने में मदद करेगी जो स्टार्टअप, व्यवसायों और सरकारी एजेंसियों को लाभान्वित करेगी।

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